सावन 2023 अशोक सुंदरी की पूजा का महत्व

अशोक सुंदरी सिर्फ माता पार्वती और महादेव (भगवान शिव के पुत्र) की बेटी ही नहीं हैं बल्कि शिवलिंग में भी वह मौजूद हैं। 

शिव पुराण के अनुसार, शिवलिंग के जिस स्थान से जल बहकर बाहर निकलता है वह अशोक सुंदरी हैं।

यानी कि अशोक सुंदरी को शिवलिंग के आगे जो लंबा वाला भाग है उसके अंश के रूप में जाना जाता है। 

जब शिवलिंग पर जल चढ़ाया जाता है तब वह जल अपने आप अशोक सुंदरी को अर्पित हो जाता है। 

ऐसे में शिवलिंग के साथ-साथ अशोक सुंदरी की पूजा भी हो जाती है और उसका लाभ भी मिलता है। 

मान्यता है कि शिवलिंग पर चढ़ाया पुष्प (देवी-देवता की पूजा में वर्जित पुष्प)

उसके आगे के हिस्से पर रखना चाहिए जो शिव पुत्री को जाता है।